बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था जिसका नाम मोहन था। मोहन का जीवन बहुत साधारण था, उसके पास न ज्यादा संपत्ति थी, न ही कोई बड़े लोग थे जो उसकी मदद करते। वह हर दिन सुबह जल्दी उठकर अपने माता-पिता के साथ खेतों में काम करता और शाम को स्कूल जाता। गाँव के बाकी बच्चों की तरह, मोहन का जीवन भी कठिन था, लेकिन उसमें एक विशेष बात थी – उसका विश्वास।
मोहन का विश्वास ईश्वर में बहुत गहरा था। वह हमेशा कहता था, "ईश्वर हर जगह हैं, अगर आप उनका विश्वास करते हो, तो वह कभी आपको अकेला नहीं छोड़ते।" उसका यह विश्वास उसकी आँखों में साफ दिखाई देता था, भले ही उसकी स्थिति बहुत अच्छी न हो। उसकी माँ, जो एक धार्मिक महिला थीं, हमेशा उसे ईश्वर के प्रति आस्था बनाए रखने की सलाह देतीं।
एक दिन गाँव में एक बड़ी बुरी बाढ़ आई। पूरे गाँव में पानी भर गया, और लोग अपने घरों को छोड़ने लगे। मोहन और उसका परिवार भी अपने घर से बाहर निकलने लगे, लेकिन मोहन की आँखों में डर था। उसकी माँ ने उसे तसल्ली दी और कहा, "ईश्वर पर विश्वास रखो, बेटा, वह कभी भी हमें निराश नहीं करेगा।"
बाढ़ ने पूरे गाँव को अपनी चपेट में ले लिया था। मोहन और उसके परिवार के पास कुछ भी नहीं बचा, सिर्फ वे खुद और उनका विश्वास था। अगले दिन मोहन ने एक पुराने मंदिर में जाकर पूजा की और भगवान से कहा, "ईश्वर, मैं जानता हूँ कि तू हमेशा हमारे साथ है, चाहे स्थिति जैसी भी हो। मैं तुम्हारे ऊपर विश्वास करता हूँ, और मुझे यकीन है कि हम इस कठिनाई से निकलेंगे।"
उसके बाद एक चमत्कारी घटना हुई। गाँव के दूसरे हिस्से में एक राहत टीम आई, जो बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद कर रही थी। मोहन और उसके परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया और उन्हें खाने-पीने की सामग्री दी गई। मोहन को यह सब कुछ ईश्वर की कृपा ही लगी।
वह जानता था कि भगवान ने उसकी आस्था को कभी भी कमजोर नहीं पड़ने दिया। कठिनाइयाँ आईं, लेकिन उसका विश्वास कभी नहीं डगमगाया। और इस घटना ने उसे यह सिखाया कि जब आप ईश्वर पर विश्वास करते हैं, तो वह हमेशा आपके साथ होते हैं, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों।
मोहन ने यही शिक्षा अपने जीवन में अपनाई और दूसरों को भी समझाया कि, "ईश्वर पर विश्वास रखना सिर्फ किसी कठिनाई से निकलने का रास्ता नहीं है, बल्कि यह आपके जीवन को हर पल में शांति और खुशी देता है।"
सच में, मोहन का विश्वास ईश्वर में न केवल उसकी मुसीबतों का हल था, बल्कि उसने उसे जीवन के हर क्षेत्र में ताकत और उम्मीद भी दी।
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